उपायुक्त ने पराली नहीं जलाने वाले गांवों का दौरा किया

उपायुक्त ने पराली नहीं जलाने वाले गांवों का दौरा किया

अमृतसर 11 जनवरी 2024- मुख्य सचिव पंजाब के निर्देशानुसार डिप्टी कमिश्नर अमृतसर श्री घनशाम थोरी ने ब्लॉक अटारी के गांव रामपुरा, ढोडीविंड का दौरा किया और कहा कि मानसून सीजन 2023 के दौरान इन गांवों में पराली जलाने की कोई घटना नहीं हुई और किसानों को इन गांवों में जीरो बर्निंग का अभ्यास किया गया […]

अमृतसर 11 जनवरी 2024-

मुख्य सचिव पंजाब के निर्देशानुसार डिप्टी कमिश्नर अमृतसर श्री घनशाम थोरी ने ब्लॉक अटारी के गांव रामपुरा, ढोडीविंड का दौरा किया और कहा कि मानसून सीजन 2023 के दौरान इन गांवों में पराली जलाने की कोई घटना नहीं हुई और किसानों को इन गांवों में जीरो बर्निंग का अभ्यास किया गया है। लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अमृतसर जिले में जीरो बर्निंग गांवों की संख्या 280 है।

किसानों से बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि आप सभी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने पराली में आग नहीं लगाकर यह साबित कर दिया है कि वे पर्यावरण प्रेमी हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आप अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं और आपसे सीख लेकर अन्य किसान भी फसल अवशेष न जलाने के प्रति जागरूक होंगे। श्री थोरी ने कहा कि पराली को आग न लगाने वाले किसानों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।

श्री थोरी ने कहा कि आग लगाने से जहां हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, वहीं लोगों को फेफड़ों का कैंसर और त्वचा रोग होने की भी अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि कूड़ेੑकचरे के गड्ढों में आग लगाने से जहां दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, वहीं अपरिपक्व पक्षी भी मर जाते हैं और मिट्टी की उर्वरता भी कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि आग लगाने से मिट्टी के मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं, जबकि उर्वरकों के अधिक प्रयोग से कई बीमारियाँ होती हैं।

इस दौरे के समय उपस्थित मुख्य कृषि अधिकारी। जतिंदर सिंह गिल ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर अमृतसर के निर्देशानुसार कृषि विभाग की ओर से गांव स्तर पर पराली न जलाने और इसके दुष्परिणामों के बारे में किसानों को जागरूक करने के लिए जिले में लगातार 40 दिनों तक 3 प्रचार वैन चलाई गईं। किसान जागरूकता शिविर भी लगाए गए और पराली को आग न लगाने संबंधी गांवों में मुनादी भी करवाई गई। विभिन्न विद्यालयों में प्रश्नोत्तरीੇपेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित करके भी विद्यार्थियों को जागरूक किया गया ताकि विद्यार्थी अपने अभिभावकों एवं ग्रामीणों को पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक कर सकें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 के दौरान विभाग ने पराली प्रबंधन के लिए किसानों, पंचायतों, किसान समूहों, सहकारी समितियों और एफपीओ को सब्सिडी पर 885 मशीनें प्रदान की हैं।

अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने सभी किसानों से अपील की है कि किसान पराली को आग लगाने से बचें। उन्होंने कहा कि किसान कस्टम हायरिंग सेंटरों में उपलब्ध कृषि मशीनरी का अधिक से अधिक उपयोग करें तथा पराली न जलाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में अपना योगदान दें। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री हरप्रीत सिंह, एक्सईएन प्रदूषण बोर्ड श्री सुखदेव सिंह, ब्लॉक कृषि अधिकारी अटारी रमन कुमार, एडीओ अमरदीप सिंह, एईओ जसपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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