बाल से लेकर पेट तक के लिए फायदेमंद है आंवला, ठंड के मौसम में इस तरीके से खाएं
सर्दियां लगभग आ चुकी हैं और अगर आप देश की राजधानी में या उसके आस-पास रह रहे हैं. तो आपके अच्छे से पता होगा कि सर्दियां अपने साथ पॉल्यूशन भी लेकर आती है. हवा में ठंड के साथ एक धुंआ-धुंआ भी आता है. जिसके लिए लोग तैयार नहीं रहते हैं लेकिन इसके कारण उनकी लाइफस्टाइल पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ता है. इसके कारण कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है.
सर्दी और पॉल्यूशन आम लोगों के लाइफस्टाइल को काफी ज्यादा प्रभावित करती है. यही कारण है कि इस दौरान बाल झड़ना, समय से पहले बाल सफेद होना, त्वचा पर मुहांसे और पोर्स की समस्या होती है. पेट से जुड़ी समस्याएं शुरू होना. सिर्फ इतना ही नहीं यह हमारी पाचन तंत्र को भी काफी ज्यादा प्रभावित करती है. जिसके कारण हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर बुरा असर पड़ता है. सर्दियों में होने वाले पॉल्यूशन से निपटने के लिए कई लोग सप्लीमेंट्स और दवाइयां लेते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसा आयुर्वेदिक उपाय बताएंगे. जिसका इस्तेमाल करके आप इन परेशानियों से निजात पा सकते हैं.
क्या सर्दियों में आंवला को डाइट में शामिल करना सही है?
जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय आंवले की. जिसे आंवला भी कहते हैं और सोशल मीडिया खास तौर पर इंस्टाग्राम. ऐसी रेसिपी और तरीकों से भरा पड़ा है. जिनसे आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. इनमें से लोगों का खास झुकाव अचार की ओर है. जो इसे लंबे समय तक बनाए रखता है और अतिरिक्त लाभ भी देता है.लेकिन क्या आपको इन्हें अपनी सर्दियों की डाइट में शामिल करना चाहिए?
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है. जिसके बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमारी त्वचा और बालों को पोषण देता है. इंडिया टूडे में छपी खबर के मुताबिक विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है. जिससे त्वचा में कसाव आता है, झुर्रियां कम होती हैं, लोच में सुधार होता है, नमी बरकरार रहती है और त्वचा का रूखापन कम होता है.आंवले में सूजन-रोधी गुण भी होते हैं जो सूजन को कम करने, मुंहासे, लालिमा या जलन को शांत करने में मदद करते हैं. विटामिन सी काले धब्बों को कम करके त्वचा की रंगत को एक समान बनाने में भी मदद करता है.
यदि आप अपने अचार में नमक और तेल की मात्रा सीमित कर सकते हैं. नींबू या आंवला जैसे खट्टे खाद्य पदार्थों से बने अचार कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं. जिसमें पाचन में सहायता करना भी शामिल है, क्योंकि उनमें प्रोबायोटिक्स होते हैं. अच्छे बैक्टीरिया जो आंत के स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं.