अलर्ट! अमेरिका से आ रही सबसे बड़ी बीमारी, जो बन सकती है नई महामारी, एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामलों के बीच स्पेन के एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि अगली महामारी अमेरिका (America) से आ सकती है. ला वैनगार्डिया के अनुसार, संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने कहा है कि H5N1 एवियन फ्लू अमेरिका में तेजी से फैल रहा है, ऐसे में आने वाले समय में एक नई महामारी को ट्रिगर कर सकता है.
बता दें कि एवियन इन्फ्लूएंजा को ही बर्ड फ्लू कहा जाता है. यह वायरस पक्षियों के अलावा अब गायों और अन्य जानवरों तक पहुंच गया है. अभी तक इंसानों में इसके एक से दूसरे व्यक्ति में फैलने के मामले नहीं मिले हैं लेकिन एक्सपर्ट्स को डर है कि कभी भी कोई ऐसा म्यूटेंट आ सकता है या यह जानवरों से इंसानों में पहुंच सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं यह महामारी कितनी खतरनाक हो सकती है.
करीब 6 महीने पहले तक अमेरिका में 48 राज्य में 9 करोड़ से ज्यादा मुर्गियों में एवियन इन्फ्लूएंजा फैल चुका था. गायों में भी ये वायरस पाया गया. तब सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के पूर्व निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने भी दावा किया है कि अगली महामारी बर्ड फ्लू से ही हो सकती है. पिछले हफ्ते मीडिया ब्रीफिंग में, WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने भी अमेरिका में H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा के तेजीसे फैलने की ओर इशारा किया. इनमें 58 इंसानों के मामले भी शामिल है.
बर्ड फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस से होने वाला इंफेक्शन है, जो आमतौर पर पक्षियों और जानवरों में फैलता है. कई बार संक्रमित जानवरों से इंसानों में भी फैलने का खतरा रहता है. बर्ड फ्लू के कई वेरिएंट बेहद खतरनाक होते हैं. इन्फ्लूएंजा वायरस चार तरह A, B, C और D होते हैं. इनमें से ज्यादातर एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस से इंसान संक्रमित नहीं होते हैं. सिर्फ A (H5N1) और A (H7N9) से इंसान संक्रमित हो सकते हैं.
बर्ड फ्लू सबसे ज्यादा रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर डाल सकता है. इनमें पिंक आई यानी गुलाबी आंखें, बुखार, थकान, खांसी, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, मतली और उल्टी और दस्त शामिल हैं. यह वायरस निमोनिया, सांस लेने की समस्या, बैक्टीरियल इंफेक्शन, सेप्सिस, ब्रेन में सूजन जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.
साल 1997 में पहली बार हॉन्गकॉन्ग में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का पहला केस इंसानों में मिला था, जो H5N1 था. इसका डेथ रेट करीब 60% तक था. मतलब इसकी चपेट में आने वाले 10 में से 6 लोगों की मौत हो सकती है. क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, बर्ड फ्लू अब तक की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है. इसके नए वैरिएंट H9N2 की पक्षियों में डेथ रेट करीब 65% है. हालांकि, इंसानों में इसके मामले देखने को नहीं मिले है.