NIA ने ‘डंकी रूट’ के जरिए अप्रवासियों को अमेरिका भेजने वाले मानव तस्करी गिरोह का किया भंडाफोड़
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात 'डुंकी' मार्ग के जरिए एक व्यक्ति को अवैध रूप से अमेरिका भेजने के मामले में कथित तौर पर शामिल एक प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया है।
माना जाता है कि 'डुंकी' शब्द की उत्पत्ति "गधा" शब्द से हुई है, जो एक अवैध मार्ग को संदर्भित करता है जिसे अप्रवासी उचित दस्तावेज के बिना संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में प्रवेश करने के लिए अपनाते हैं।
उनकी जोखिम भरी और कठिन यात्रा आमतौर पर मानव तस्करी सिंडिकेट द्वारा सुगम बनाई जाती है।
रविवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर निवासी आरोपी गगनदीप सिंह उर्फ गोल्डी को एनआईए ने गिरफ्तार किया है।
इसमें कहा गया है कि गोल्डी को पंजाब के तरनतारन जिले के एक पीड़ित ने अवैध आव्रजन के लिए कथित तौर पर लगभग ₹45 लाख का भुगतान किया था।
एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि पीड़ित को दिसंबर 2024 में 'डुंकी' मार्ग से अमेरिका भेजा गया था।
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13 मार्च को NIA ने केस अपने हाथों में लिया
भारत लौटने के बाद पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। घटनाओं को देखते हुए 13 मार्च को यह केस NIA को सौंप दिया गया। NIA ने 17 दिनों की कार्रवाई के बाद इस मामले में एजेंट का रोल अदा करने वाले गोल्डी को गिरफ्तार कर लिया।
NIA अब आरोपी से पूछताछ कर इस पूरे नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
स्पेन, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला और मेक्सिको के रास्ते भेजा था अमेरिका
NIA जांच में खुलासा हुआ कि गोल्डी के पास विदेश भेजने का कोई वैध लाइसेंस या अनुमति नहीं थी। उसने स्पेन, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला और मेक्सिको के जरिए पीड़ित को अमेरिका भेजा। यात्रा के दौरान गोल्डी के साथियों ने पीड़ित को पीटा, शोषण किया और उसके पास मौजूद अमेरिकी डॉलर छीन लिए।