प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार में विनाशकारी भूकंप के बाद जुंटा प्रमुख से की बात : ‘भारत एकजुटता के साथ खड़ा है’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद हुई मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोदी ने इस संकट के दौरान अपने पड़ोसी का समर्थन करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
मोदी ने पोस्ट किया, "म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में हुई मौतों पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।"
भारत ने त्वरित प्रतिक्रिया में 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू किया है, जिसके तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता और खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।
मोदी ने कहा, "आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को #ऑपरेशन ब्रह्मा के हिस्से के रूप में प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।"
म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप में मौत का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो सकता है। यह आशंका यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने जताई है। भूकंप के झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए।
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रॉयटर्स के मुताबिक म्यांमार की सैन्य सरकार ने कहा है कि मरने वालों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है, जबकि 2300 से ज्यादा लोग घायल हैं। उधर, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक 30 मंजिला इमारत गिर गई है। इसमें 10 लोगों की मौत हुई है।
म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। म्यांमार और थाईलैंड में यह 200 साल का सबसे बड़ा भूकंप है। भारी तबाही के चलते म्यांमार के 6 राज्यों और पूरे थाईलैंड में इमरजेंसी लगा दी गई है।
भूकंप के बाद भारत ने म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। इसे ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है।