बसंत मेले के नॉकआउट मुकाबलों में महिलाओं, स्कूली बच्चों और दिव्यांगों ने हिस्सा लिया

बसंत मेले के नॉकआउट मुकाबलों में महिलाओं, स्कूली बच्चों और दिव्यांगों ने हिस्सा लिया

फिरोजपुर 8 फरवरी शहीद भगत सिंह राज्य विश्वविद्यालय मैदान में बसंत पंचमी पतंग मेले के चौथे दिन आज नॉकआउट प्रतियोगिताओं में बड़ी संख्या में महिलाओं, स्कूली बच्चों और विकलांग लोगों ने भाग लिया और उनमें पतंगबाजी के प्रति भारी उत्साह देखा गया।उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा 10 व 11 फरवरी को राज्य स्तरीय बसंत […]

फिरोजपुर 8 फरवरी

शहीद भगत सिंह राज्य विश्वविद्यालय मैदान में बसंत पंचमी पतंग मेले के चौथे दिन आज नॉकआउट प्रतियोगिताओं में बड़ी संख्या में महिलाओं, स्कूली बच्चों और विकलांग लोगों ने भाग लिया और उनमें पतंगबाजी के प्रति भारी उत्साह देखा गया।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा 10 व 11 फरवरी को राज्य स्तरीय बसंत पंचमी पतंग मेला का आयोजन किया जा रहा है तथा प्रतिदिन नॉकआउट प्रतियोगिताएं चल रही हैं. बसंत पंचमी के नॉकआउट मैच देखने के लिए कमिश्नर फिरोजपुर मंडल श्री अरुण सेखरी और डिप्टी कमिश्नर शि राजेश धीमान और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज.) डाॅ. निधि कुमद बंबा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश की पत्नी श्रीमती अनु अग्रवाल, एडीजे मैडम राजविंदर कौर, सीजेएम मैडम एकता उप्पल, विधायक फिरोजपुर शहर। रणबीर सिंह भुल्लर की धर्म पत्नी डाॅ. मेला स्थल पर अमनदीप कौर, विधायक फिरोजपुर ग्रामीण श्री रजनीश दहिया की धर्मपत्नी श्रीमती सुदेश रानी दहिया विशेष रूप से पहुंचीं। इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं एवं दिव्यांगजनों द्वारा आयोजित की जा रही पतंगबाजी प्रतियोगिताओं का आनंद लिया तथा उन्हें प्रतियोगिताओं के लिए प्रोत्साहित भी किया।
उन्होंने कहा कि जहां समाज के कई त्योहारों और मेलों में महिलाओं और विकलांगों की उपेक्षा की जाती है, वहीं पंजाब सरकार और जिला प्रशासन ने उन्हें बसंत मेले में शामिल करके एक महान और सम्मानजनक कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आज किटिंग में महिलावा और दिव्यागजना का हुनर ​​देखकर बहुत खुशी हो रही है और एक हेरिटेज मेले की झलक भी देखने को मिली है. उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि 10 और 11 फरवरी को बसंत मेला और भी खास होगा, इसलिए उन्होंने सभी जिलेवासियों से इस मेले में भाग लेने की अपील की है.
इसके अलावा आज विशेष रूप से ग्रीस से आए पतंगबाज कोस्टा ने भी अलग-अलग और आकर्षक पतंगें हवा में उड़ाकर पतंगबाजी के करतब दिखाए, जो वहां मौजूद दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. पतंगबाजी प्रतियोगिताओं के नॉकआउट मुकाबलों के दौरान महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों को निःशुल्क पतंगें और पतंगें प्रदान की जाती हैं और अंत में उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाता है।
इस अवसर पर सचिव रेडक्रॉस श्री अशोक बहल, प्रिंसिपल गट्टी राजो के नेशनल अवार्डी डाॅ. सतिंदर सिंह, तहसीलदार चुनाव चंद प्रकाश, विभिन्न विभागों के अधिकारी और गैर सरकारी संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।

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