BCCI ने ठुकराई पाकिस्तान की मांग, फिर से लटका चैंपियंस ट्रॉफी विवाद पर फैसला
चैंपियंस ट्रॉफी मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहता था कि हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के एवज में उसका भी फायदा हो जाए और BCCI भी संतुष्ट हो जाए. दरअसल PCB का कहना था कि भारतीय टीम उनके देश नहीं आना चाहती तो आगामी इवेंट्स में पाक टीम भी खेलने के लिए भारत नहीं जाएगी और उसके लिए भी हाइब्रिड मॉडल को लागू किया जाना चाहिए. साफ तौर पर समझें तो पाकिस्तान की ओर से भारत-पाक मैचों को दुबई में करवाए जाने की मांग रखी गई थी. अब एक नया खुलासा हुआ है कि BCCI ने भारत बनाम पाकिस्तान अगले मैचों को हाइब्रिड मॉडल के तहत करवाए जाने की मांग को ठुकरा दिया है.
मांग यह थी कि अगले 3 साल तक किसी भी ICC इवेंट में होने वाले भारत बनाम पाकिस्तान मैच को न्यूट्रल वेन्यू पर करवाया जाए. न्यूट्रल वेन्यू के रूप में दुबई का नाम लिया गया था और इस फॉर्मूला को पहले 'पार्टनरशिप' कहकर संबोधित किया गया. शुरुआत में इसे हरी झंडी दिखाए जाने की अटकलें थीं, लेकिन अब पाकिस्तानी मीडिया अनुसार बीसीसीआई ने इस मांग को ठुकरा दिया है.
रिपोर्ट अनुसार BCCI ने पहले इस 'पार्टनरशिप' फॉर्मूला में दिलचस्पी दिखाई थी, जिसके तहत अगले 3 साल तक भारत बनाम पाकिस्तान मैच दुबई में होने वाले थे. रविवार को छुट्टी का हवाला देते हुए BCCI ने कोई फैसला नहीं सुनाया, वहीं सोमवार और मंगलवार को यूएई में में दफ्तर बंद होते हैं. इसी बीच जय शाह ने 1 दिसंबर को ICC चेयरमैन का पद संभाल लिया है. इन सभी घटनाओं के बीच चैंपियंस ट्रॉफी मामले का फैसला अब भी अधर में लटका हुआ है.
एक पाकिस्तानी मीडिया वेबसाइट के हवाले से PCB के एक सूत्र ने बताया कि, "हमने बिल्कुल उचित समाधान पेश किया था. अब अगर भारत इस फॉर्मूला को स्वीकार नहीं करता है तो वह हमसे यह उम्मीद ना करे कि हम भविष्य में अपनी टीम को उनके देश भेजेंगे. अगर भविष्य में भारत में कोई ICC इवेट होता है तो उसे हमारे खिलाफ मैच दुबई में खेलना होगा."