सड़क सुरक्षा और ट्रैफ़िक प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा पलाकशा यूनिवर्सिटी पंजाब के साथ एम. ओ. यू. सहीबद्ध
चंडीगढ़, 2 मार्चः मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच अनुसार ट्रैफ़िक प्रबंधन में सुधार करने और कीमती जानें बचाने के लिए कृत्रिम बौद्धिकता (ए. आई.) जैसी प्रौद्यौगिकी को लागू करने के उद्देश्य के अंतर्गत एक और कदम उठाते हुये पंजाब पुलिस ने पलाकशा यूनिवर्सिटी पंजाब के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते (एम. ओ. यू.) पर […]
चंडीगढ़, 2 मार्चः
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच अनुसार ट्रैफ़िक प्रबंधन में सुधार करने और कीमती जानें बचाने के लिए कृत्रिम बौद्धिकता (ए. आई.) जैसी प्रौद्यौगिकी को लागू करने के उद्देश्य के अंतर्गत एक और कदम उठाते हुये पंजाब पुलिस ने पलाकशा यूनिवर्सिटी पंजाब के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते (एम. ओ. यू.) पर हस्ताक्षर किये हैं, जो सुरक्षित और सुचारू यातायात को उत्साहित करने में अच्छी मदद करेगा।
यह एम. ओ. यू., ए. डी. जी. पी. ( ट्रैफ़िक एंड रोड सेफ्टी) ए. एस. राय और पलाकशा यूनिवर्सिटी, पंजाब के रजिस्ट्रार संजय भटनागर ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव की मौजूदगी में हस्ताक्षर किये। इस दौरान प्रोफ़ैसर श्रीकांत श्रीनिवासन और आई. ओ. टी. लैब के टीम के सदस्यों सहित पंजाब रोड सेफ्टी और यातायात अनुसंधान केंद्र के रिर्सच एसोसिएट्स भी उपस्थित थे।
ए. डी. जी. पी. ए. एस. राय ने कहा कि पंजाब पुलिस और पलाकशा यूनिवर्सिटी पंजाब के बीच यह सांझेदारी पंजाब में सड़क सुरक्षा और ट्रैफ़िक प्रबंधन में क्रांति लाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य ट्रैफ़िक प्रबंधन, कंट्रोल, और सड़क सुरक्षा इंजीनियरिंग में अत्याधुनिक महारत विकसित करना है। इसमें सड़क सुरक्षा ऑडिट, एम-पुलिसिंग, ई-पुलिसिंग, और सबूत-आधारित नीति निर्माण के लिए एप्लाइड रिर्सच करने, जैसी सांझा पहलकदमियां शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों संस्थाएं उचित ट्रैफ़िक प्रबंधन ढंगों और भावी विश्लेषण मॉडलों को विकसित करने के लिए कृत्रिम बौद्धिकता ( ए. आई.) और डेटा ऐनालिटकस समेत अन्य उन्नत प्रौद्योगिकियों का प्रयोग करेंगी। इसके इलावा, यह सांझा पहलकदमी सड़क सुरक्षा फोर्स के कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण प्रोग्रामों को बढ़ाएगी, उनको ट्रैफ़िक प्रबंधन और दुर्घटनाओं की रोकथाम में नवीनतम ज्ञान और हुनर के साथ समर्थ करेगी।
प्रोफ़ैसर श्रीकांत श्रीनिवासन ने सहयोग की महत्ता पर ज़ोर देते हुये कहा कि यह हिस्सेदारी सड़क सुरक्षा खोज और नवीनता में एक नये युग की शुरुआत करती है। अकादमिकता और कानून लागू करने की महारत को जोड़ कर, हम प्रमुख चुनौतियों से निपट कर सकते हैं और सुरक्षित सड़कों के लिए मुकम्मल हल विकसित कर सकते हैं।
अपनी सहृदय भावनाएं ज़ाहिर करते हुए संजय भटनागर ने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में और नवीनता लाने के लिए इस सांझेदारी की संभावना के बारे उम्मीद जतायी। उन्होंने कहा, “पलाकशा यूनिवर्सिटी, पंजाब उच्च शिक्षा की फिर कल्पना और नवीनतम खोजों के द्वारा सामाजिक चुनौतियों के साथ निपटने के लिए समर्पित है। इस हिस्सेदारी के द्वारा, हम राज्य के ट्रैफ़िक प्रबंधन और सड़क सुरक्षा सम्बन्धी पहलकदमियों में खोज और प्रौद्यौगिकी में अपनी महारत का समर्थन देने के लिए आशान्वित हैं।’’
ट्रैफ़िक सलाहकार पंजाब और डायरैक्टर पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफ़िक रिर्सच सैंटर नवदीप के. असीजा ने सड़क सुरक्षा फोर्स के यत्नों के साथ टैकनॉलॉजी को जोड़ कर, इस सांझेदारी का उद्देश्य सड़कों पर सुरक्षा के सभ्याचार को उत्साहित करना, जानकारी मुहिमों के द्वारा लोगों को जोड़ना और सड़क सुरक्षा अभ्यास मुहिमों को चलाना है।