चैन दा साह लेगा भगत, निमोनिया की जल्द पहचान करें कैलेंडर जारी
मोगा, 2 जनवरी:मोगावाली स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में निमोनिया का शीघ्र पता लगाने और उनके तत्काल उपचार के लिए “SANS” कार्यक्रम के बारे में जागरूकता गतिविधियाँ शुरू की हैं।सिविल सर्जन मोगा डाॅ. राजेश अत्री ने कहा कि पंजाब राज्य में “SANS” (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाइज निमोनिया सक्सेसफुली) कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में […]
मोगा, 2 जनवरी:
मोगावाली स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में निमोनिया का शीघ्र पता लगाने और उनके तत्काल उपचार के लिए “SANS” कार्यक्रम के बारे में जागरूकता गतिविधियाँ शुरू की हैं।
सिविल सर्जन मोगा डाॅ. राजेश अत्री ने कहा कि पंजाब राज्य में “SANS” (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाइज निमोनिया सक्सेसफुली) कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में निमोनिया का शीघ्र निदान और प्रभावित बच्चों का शीघ्र उपचार करना है ताकि निमोनिया के कारण होने वाली बच्चों की मृत्यु को रोका जा सके। कम किया जा सकता है. कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि निमोनिया फेफड़ों में बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है और 5 साल से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का प्रमुख कारण है। इसलिए यदि बच्चों में निमोनिया के लक्षण दिखें तो घर पर इलाज करने की बजाय तुरंत नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य संस्थान से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए।
जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. अशोक सिंगला ने कहा कि छोटे बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए पहले छह महीने तक केवल मां का दूध देना, बच्चे को गर्म रखना, पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखना, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना और इस श्रृंखला के तहत पूर्ण टीकाकरण करना आवश्यक है। पाना भी जरूरी है उन्होंने निमोनिया रोग के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों में खांसी-जुकाम का बढ़ना, सांस तेज चलना, सांस लेते समय पसलियां हिलना या सीने में भारीपन होना तथा बच्चे का कुछ खा-पी न पाना, दौरे पड़ना जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। सुस्ती या अधिक नींद आने वाले बच्चों का तुरंत इलाज जरूरी है।
इस समय सिविल सर्जन मोगा डाॅ. राजेश अत्री के नेतृत्व में जिला परिवार कल्याण अधिकारी डाॅ. रितु जैन और ए सी एस मोगा, डी एम सी मोगा और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अशोक सिंगला ने एस ए एन एस कार्यक्रम के तहत बच्चों में निमोनिया की रोकथाम के लिए एक जागरूकता कैलेंडर भी जारी किया। इस समय सुपरिंटेंडेंट जगसीर सिंह, जसविंदर सिंह और जिला मास मीडिया विंग, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर और अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।