बाथरुम में नहाने गई 2 बहनों की गीजर से गैस लीक होने से हुई मौत , दरवाजा तोड़कर निकाला गिया बाहर
पंजाब के जालंधर में सोमवार (16 दिसंबर) को गीजर गैस लीक होने से 2 बहनों की मौत हो गई। दोनों बहनें नहाने के लिए बाथरुम में गई थीं। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आई तो परिजनों ने बाथरुम का दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला।
मृतक लड़कियों की पहचान शरणजोत कौर (10) और प्रभजोत कौर (12) के रूप में हुई है। प्रभजोत 7वीं और शरणजोत कौर 5वीं की छात्रा थी। कस्बा भोगपुर के गांव लड़ोई मकी की रहने वाली थीं। दोनों लड़कियों के माता-पिता विदेश में काम करते हैं। दोनों अपने दादा के साथ रहती थी।
जानकारी के अनुसार, जब दोनों नहाने के लिए बाथरुम में गईं तो काफी देर तक बाहर नहीं आई और कोई हलचल भी नहीं हुई। जिसके चलते छोटा भाई आवाज लगाता रहा। जब तब भी दरवाजा नहीं खुला तो छोटे भाई ने तुरंत परिजनों को इसकी जानकारी दी।
जिसके बाद बाथरुम का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर दोनों बहनें बेहोश पड़ी थीं। जिसके बाद आसपास के लोगों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया। दोनों बच्चियां कोई हलचल नहीं कर रही थीं। जिसके चलते उन्हें तुरंत डॉक्टरों के पास ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि मृतक बच्चों की मां दुबई से घर लौट आई है। पिता फिलहाल विदेश में है। आज लड़कियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। आज घटनास्थल पर टीमें भेजी गई हैं।
जानकारी के मुताबिक, गीजर से कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोऑक्साइड जैसी गैस निकलती हैं, जो किसी व्यक्ति की मौत का कारण बन सकती हैं। साथ ही, अगर गीजर को सिलेंडर से जोड़ा जाता है, तो उसमें पानी गर्म करने के लिए लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) का इस्तेमाल किया जाता है। LPG में ब्यूटेन और प्रोपेन गैस होती है, जो जलने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड बनाती है।
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस शरीर में पहुंचकर लाल रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है। इससे हीमोग्लोबिन मॉलिक्यूल ब्लॉक हो जाता है और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है। जब कार्बन डाइऑक्साइड शरीर में प्रवेश करती है, तो व्यक्ति पहले बेहोश हो जाता है। लेकिन अगर गैस लंबे समय तक लीक होती रहे, तो व्यक्ति की मौत हो जाती है।