पंजाब में रविकरन सिंह काहलों भाजपा में शामिल
कल अकाली दल ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया था बर्खास्त
शिरोमणि अकाली दल (SAD) से पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते एक दिन पहले निकाले गए रविकरन सिंह काहलों भाजपा में शामिल हो गए हैं। वह सीनियर अकाली नेता स्व. निर्मल सिंह काहलों के बेटे हैं।
उन्होंने भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ व मनजिंदर सिंह सिरसा की अगुवाई में पार्टी ज्वाइन की। इस मौके उनके साथ कई लोग भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि वह सच बोले रहे थे। इस वजह से उन्हें पार्टी से निकाल गया है।
इस मौके काहलों ने कहा कि SAD में सुखबीर सिंह बादल तो एक रबड़ की मोहर हैं। पार्टी को तो बिक्रम सिंह मजीठिया चलाते हैं। जो उन्हें अच्छा लगता है वह उसे पार्टी में रखते हैं, वरना उन्हें घर भेज देते हैं।
उन्होंने डॉ. दलजीत सिंह चीमा के बारे में कहा कि 1997 के इलेक्शन में यह पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ आजाद मैदान में उतरे थे। उन्होंने कहा कि पार्टी से निकालने का एक नियम होता है। पहले नोटिस जारी कर जवाब लिया जाता है।
काहलों ने कहा कि मैंने पार्टी में मेहनत की है। मैं 1992 से पार्टी से जुड़ा था। मैंने पार्टी में दरिया तक बिछाई है।
वहीं, पार्टी ने जहां पर डयूटी लगाई। वहां पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने कहा कि मैंने एक ही बात कही थी कि पार्टी में साफ सुथरी छवि वाले लोगों को रखा जाए। इस चीज की वजह से यह स्थिति बनी।
उन्होंने कहा कि पार्टी के एक नेता ने वीडियो डाली थी जिसमें लिखा था कि वह 7 सालों से रगड़ा खा रहे हैं। इस चीज का उन्होंने विरोध किया था। साथ ही लिखा था कि इसकी वजह वह खुद हैं। वह इस नेता को डॉ. दलजीत सिंह चीमा के चुनाव में प्रयोग करना चाहते हैं।
गुरदासपुर से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार व पार्टी के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा की तरफ से उन्हें पार्टी से निकालने संबंधी बुधवार देर रात सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई थी।
उन्होंने लिखा था कि SAD के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने डेरा बाबा नानक विधानसभा इंचार्ज रविकरन सिंह काहलों को पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।