Peregrine-1 चांद पर उतरने से पहले ही लड़खड़ाया, कैसे फेल हुआ अमेर‍िका का म‍िशन मून?

Peregrine-1 चांद पर उतरने से पहले ही लड़खड़ाया, कैसे फेल हुआ अमेर‍िका का म‍िशन मून?

NASA america mission

NASA america mission

दुनिया के सबसे बड़े देशों में से 1 अमेरिका का बहुत बड़ा सपना टूट गया है, क्योंकि अमेरिका का मिशन मून फेल होता नजर आ रहा है। अमेरिका ने मंगलवार को ऐतिहासिक मून मिशन एस्ट्रोबोटिक टेक्नोलॉजी का पेरेग्रीन-1 स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया था। यह 23 फरवरी को चंद्रमा पर उतरने वाला था, लेकिन लॉन्च होने के 24 घंटे के अंदर ही मिशन फेल होने की कगार पर पहुंच गया है, क्योंकि स्पेस्क्राफ्ट से तेल लीक हो रहा है।भारतीय समयानुसार मंगलवार दोपहर 12:48 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया था। अमेरिका की ही एस्ट्रोबोटिक कंपनी ने पेरेग्रीन-1 को बनाया और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस के वल्कन सेंटौर रॉकेट में इसे चांद पर भेजा गया, लेकिन यह सपना पूरा होने के आसार नहीं।

Read also: Asian Olympic Qualifiers: रुद्रांक्ष और मेहुली की जोड़ी को मिला स्वर्ण पदक

कई हस्तियों के अवशेष और DNA चांद पर भेजे-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने 52 साल बाद कोई स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा पर भेजा है। इससे पहले 1972 में अमेरिकी ने अपने स्पेसक्राफ़्ट अपोलो-17 मिशन को चांद पर उतारा था। पेरेग्रीन-1 सक्सेसफुली लॉन्च हुआ था, लेकिन स्पेस में जाते ही यह सेफ मोड में चला गया और टीम को उससे सिग्नल मिलने बंद हो गए। इसके लैंडर में नासा ने कई वैज्ञानिक उपकरण और जॉर्ज वाशिंगटन, जीन रोडडेनबेरी, आर्थर सी क्लार्क जैसी हस्तियों के अवशेष भेजे है। पेरेग्रीन-1 में जूते के डिब्बे के आकार का रोवर, फिजिकल बिटकॉइन, जापान लूनर ड्रीम कैप्सूल भी है, जिसके अंदर दुनियाभर के 1.85 लाख बच्चों के मैसेज है।

चांद के रहस्य उजागर करने गया था पेरेग्रीन-1-
मिशन की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोई संभावना नहीं है। पेरेग्रीन-1 को कुछ ऐसा डेटा वहां से इकट्ठा करना था, जिससे भविष्य में चंद्रमा पर लैंडिंग करने में काफी मदद मिलती। परेग्रीन-1 में 15 पेलोड हैं, जिनमसें से 5 अकेले नासा के है और प्रत्येक का वजन करीब 60 ग्राम, चौड़ाई 12 सेंटीमीटर है। परेग्रीन-1 को चंद्रमा पर पानी के मॉलिक्यूल्स के बारे में पता लगाना था। परेग्रीन-1 के जरिए मिशन मून नासा की कॉमर्शियल लूनर पेलोड सर्विसेज (CLPS) पहल का हिस्सा है, जिसका मकसद चांद के रहस्य उजागर करना था।

NASA america mission

Latest News

देश के अन्नदाता की सार क्यों नहीं ले रही केंद्र सरकार? अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों से बातचीत करें - CM Mann देश के अन्नदाता की सार क्यों नहीं ले रही केंद्र सरकार? अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों से बातचीत करें - CM Mann
पंजाब सीएम भगवंत मान ने आज खनाैरी व शंभू बाॅर्डर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर एक अहम प्रेस कांफ्रेंस...
गोल्डन टेंपल में सुनील शेट्‌टी ने टेका माथा ,पत्नी माना शेट्टी भी साथ, दिलजीत की तारीफ
पंजाब के स्कूलों में अब खीर-हलवा मिलेगा:मिड डे मील का बदला मेन्यू
नए साल के मौके पर हरिद्वार घूमने गए चार दोस्तों की मौत, हरियाणा के रहने वाले थे सभी दोस्त
आगरा में 2500Kg नकली घी बरामद, 5 राज्यों में सप्लाई , फैक्ट्री में पतंजलि समेत 18 ब्रांड के मिले स्टीकर
AIIMS में रेफरल मरीजों को दिखाना होगा आसान, पेशेंट्स के लिए बढ़ रहीं इतनी सुविधाएं
Jio के नाम पर आए ऐसा मैसेज तो हो जाइए सावधान! खोलने पर खाली हो सकता है बैंक अकाउंट...,