18 लाख रुपये देने के बाद भी नहीं लगा बेटी का वीजा; जनस्वास्थ्य विभाग भिवानी के अधीक्षक ने की आत्महत्या

18 लाख रुपये देने के बाद भी नहीं लगा बेटी का वीजा; जनस्वास्थ्य विभाग भिवानी के अधीक्षक ने की आत्महत्या

Superintendent committed suicide

Superintendent committed suicide

हरियाणा के भिवानी में तैनात जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षक ने खौफनाक कदम उठा लिया है। उन्होंने जहरीला पदार्थ निगलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा दिया है। 18 लाख रुपये देने के बावजूद बेटी का कनाडा का वीजा नहीं लगने से वे काफी परेशान थे। हरियाणा में जनस्वास्थ्य विभाग भिवानी के अधीक्षक महम निवासी संजय कुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पत्नी का आरोप है कि 18 लाख रुपये देने के बाद भी बेटी का कनाडा जाने का वीजा न लगने के कारण उनके पति परेशान थे। पुलिस ने सतीश राठी और एक कंसल्टेंट ग्रुप के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है।महम के वार्ड चार, हाल में पांच वार्ड में रहने वाली अनीता ने शिकायत में बताया कि उसका एक बेटा व एक बेटी है। बेटी शादीशुदा है, जो पढ़ाई के लिए उसके पास ही रह रही है। शिकायतकर्ता का पति संजय कुमार जनस्वास्थ्य विभाग भिवानी में अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। वह बेटी हिना का कनाडा जाने का वीजा लगवाना चाहते थे।

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इसके लिए पति ने 19 जुलाई 2023 में सतीश राठी नाम के व्यक्ति के कहने पर आरडी कंसल्टेंट के बैंक खाते में 16 लाख रुपये, 20 जुलाई को 70 हजार और हिना ने 1 लाख 30 हजार रुपये डलवाए थे। सतीश राठी और आरडी ग्रुप कंसल्टेंट ने न तो उनकी बेटी का वीजा लगवाया और न ही रुपये लौटाए। बेटी व पति दिसंबर 2023 में चंडीगढ़ भी गए। इसके बावजूद काम नहीं हुआ। बुधवार को उनके पति ने इन्हीं कारणों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। उन्होंने उपचार के दौरान पीजीआई में दम तोड़ दिया। बलंबा, हाल महम निवासी सतीश राठी व आरडी ग्रुप के खिलाफ कानूनी कारवाई की जाए। पुलिस ने आईपीसी की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Superintendent committed suicide

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