डरबन में होगी चौके-छक्कों की बारिश या गेंदबाज लूटेंगे महफिल, जानें पहले T20I में कैसी खेलेगी पिच
टेस्ट क्रिकेट में शर्मसार होने के बाद अब बारी है फटाफट क्रिकेट के रोमांच की। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया पहले टी-20 इंटरनेशनल मैच में साउथ अफ्रीका से भिड़ेगी। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला डरबन में खेला जाएगा। विदेशी सरजमीं पर बतौर कप्तान सूर्या का यह पहला टेस्ट होगा। साउथ अफ्रीका की धरती पर जितेश शर्मा, तिलक वर्मा, रमनदीप सिंह जैसे युवा खिलाड़ी धांसू प्रदर्शन के साथ अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे। वहीं, अभिषेक शर्मा, अर्शदीप और आवेश खान भी अपना दमखम दिखाना चाहेंगे।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टी-20 इंटरनेशनल मैच डरबन के किंग्समीड मैदान पर 8 नवंबर को खेला जाएगा। किंग्समीड पर अब तक कुल 22 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं, जिसमें से 11 में जीत पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को मिली है। वहीं, 9 मैचों में मैदान रनों का पीछा करने वाली टीम ने मारा है। यानी पहले टी-20 में टॉस काफी अहम किरदार निभा सकता है। डरबन के इस मैदान पर जमकर चौके-छक्कों की बरसात होती है। हालांकि, पिच से शुरुआत में तेज गेंदबाजों को भी अच्छी मदद मिलती है। ग्राउंड पर अच्छा बाउंस होने की वजह से फास्ट बॉलर्स बल्लेबाजों के लिए दिक्कत पैदा कर सकते हैं।
किंग्समीड पर पहली पारी का औसतन स्कोर 153 रन रहा है। वहीं, दूसरी इनिंग में एवरेज स्कोर 135 का है। इस मैदान पर हाईएस्ट स्कोर ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 2023 में बनाया था। कंगारू टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 226 रन ठोके थे। इस ग्राउंड पर सबसे बड़ा स्कोर चेज करने का रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया के ही नाम है। कंगारुओं ने 191 रन के लक्ष्य को 17.5 ओवर में चेज कर डाला था। हालांकि, किंग्समीड पर आजतक 200 से ज्यादा रन का लक्ष्य चेज नहीं हो सका है।
साउथ अफ्रीका दौरे के लिए सिलेक्टर्स ने कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, जितेश शर्मा, रमनदीप सिंह के पास बल्ले से अपनी काबिलियत साबित करने का सुनहरा मौका होगा। वहीं, भारतीय टीम में पहली बार शामिल किए गए विजयकुमार वैशाख के पास भी साउथ अफ्रीका की कंडिशंस में जोरदार प्रदर्शन करने का चांस होगा। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चार मैचों की टी-20 सीरीज का आगाज 8 नवंबर से होगा, जबकि सीरीज का आखिरी मुकाबला 15 नवंबर को खेला जाना है।