पंजाब में अलर्ट जारी; सरहद पर हाईटेक सीसीटीवी कैमरे से हो रही निगरानी, सर्च ऑपरेशन किया जारी
Security increased on border in punjab
Security increased on border in punjab
गणतंत्र दिवस से पहले अमृतसर के अटारी पहुंचने वाली हर गाड़ी की चेकिंग की जा रही है और वाहन नंबरों का भी रिकॉर्ड रखा जा रहा है। विलेज डिफेंस कमेटियां पूरी तरह हरकत में आ चुकी है। बीएसएफ और पंजाब पुलिस के साथ मिलकर सीमांत गांवों में पहरा दे रहीं है, ताकि उनके इलाके में कोई संदिग्ध घुसपैठ नहीं कर सके। गणतंत्र दिवस से पहले पंजाब की पाकिस्तान के साथ सटी 550 किलोमीटर लंबी सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हाईटेक सीसीटीवी कैमरों से संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। एक तरफ जहां बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के सीमांत इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे है, वहीं केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसियों के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है।
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पुलिस के सीनियर अधिकारियों की तैनाती बॉर्डर एरिया में की गई है। डिप्टी कमांडेंट स्तर के अधिकारी गश्त का नेतृत्व कर रहे है। जिले में असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए करीब 200 सीमांत गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। इनमें से ज्यादातर कैमरों ने काम शुरू कर दिया है। पंजाब पुलिस की ओर से लगाए जाने वाले यह सीसीटीवी कैमरे सामान्य कैमरों से हटकर हैं। बड़े शहरों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की तर्ज पर यह हाईटेक कैमरे बहुत संवेदनशील है। यह फेस डिटेक्शन सॉफ्टवेयर एंड आटोमैटिक नंबर प्लेट रेकोग्नेशन की सुविधा से सुसज्जित है। यह चलती गाड़ी का नंबर प्लेट की पहचान करने से लेकर गाड़ी में सवार चेहरे पहचानने में भी सक्षम है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आतंकी अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद शहर से बाहर न जा पाए। इसको लेकर पुलिस पड़ोसी जिलों के पुलिस के मुखियों के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने बताया कि पुलिस को आने वाले इनपुट के आधार पर रणनीति तैयार की जा रही है। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों, धार्मिक स्थलों और शहर के महत्वपूर्ण जगहों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है।
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