ग्रुप के छात्रों सीजीपीए 9.13 व 9.04 रैंक हासिल कर कैंपस का नाम रोशन किया है।
24 मार्च ()मोहाली: दोआबा ग्रुप की उपलब्धियों में एक और उपलब्धि तब जुड़ गई जब ग्रुप की छात्राओं ने आईकेजीपीटीयू की परीक्षाओं में उच्च रैंक हासिल कर कैंप का नाम रोशन किया। आपको बता दें कि दोआबा बिजनेस स्कूल की छात्रा गोल्डी कुमारी ने आईकेजीपीटीयू की परीक्षा में BCA सेमेस्टर 3 की परीक्षा में प्रथम […]
24 मार्च ()मोहाली:
दोआबा ग्रुप की उपलब्धियों में एक और उपलब्धि तब जुड़ गई जब ग्रुप की छात्राओं ने आईकेजीपीटीयू की परीक्षाओं में उच्च रैंक हासिल कर कैंप का नाम रोशन किया। आपको बता दें कि दोआबा बिजनेस स्कूल की छात्रा गोल्डी कुमारी ने आईकेजीपीटीयू की परीक्षा में BCA सेमेस्टर 3 की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर सीजीपीए 9.13 रैंक प्राप्त की। ग्रुप की दूसरी छात्रा गौरवी ने बीसीए पांचवें सेमेस्टर में 9.03 एसजीपीए के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया, हरशरण कौर ने बीसीए पांचवें सेमेस्टर में 9.03 एसजीपीए के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके साथ ही दोआबा बिजनेस स्कूल के अन्य विद्यार्थियों ने भी उच्च रैंक प्राप्त कर ग्रुप का नाम रोशन किया है। बीबीए में अर्शदीप कौर, बीकॉम दीक्षा में रूणक कुमार नवलीन कौर, बीएससी में मनोहर कौर, अनुराधा। बीएससी MLS में शिवानी नूरमिंदर कौर, बी.सी.ए. में नितिका चौबे एवं बी.एस.सी. में मनीष कुमार ने अच्छे अंक प्राप्त किये। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय दोआबा बिजनेस स्कूल की प्रिंसिपल मीनू जेटली, अपने माता-पिता और कॉलेज प्रबंधन को दिया है।
छात्रों द्वारा हासिल किए गए स्थान के बाद कॉलेज प्रबंधन की ओर से अन्य छात्रों को प्रेरित करने के लिए एक सादे समारोह का आयोजन किया गया। छात्रों को संबोधित करते हुए दोआबा बिजनेस स्कूल की प्रिंसिपल मीनू जेटली ने कहा कि निरंतर कड़ी मेहनत, सच्ची लगन और सही दिशा का ज्ञान सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्तें हैं। इसलिए छात्रों को सफलता प्राप्त करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं अपनाना चाहिए बल्कि लगातार कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए दोआबा ग्रुप के एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन सरदार मंजीत सिंह ने कहा कि पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ग्रुप द्वारा कुछ विशेष स्कॉलरशिप देकर सम्मानित किया जाता है। इसके साथ ही होशियार विद्यार्थियों को फीस में भारी छूट दी जा रही है। विद्यार्थियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाकर उनके सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है।