हरियाणा में 20 सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग ,कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेजा पत्र
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को कांग्रेस पचा पाने को तैयार नहीं दिख रही है। कांग्रेस ने 20 विधानसभा सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग की है। इसमें पानीपत शहर, होडल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद एनआईटी सीटें शामिल हैं।
इन सीटों के अलावा नारनौल, करनाल, डबवाली, रेवाड़ी, होडल (एससी), कालका, इंद्री, बड़खल, नलवा, रानिया, पटौदी (एससी), पलवल, बल्लभगढ़, बरवाला, उचाना कलां, घरौंडा, कोसली और बादशाहपुर सीटें शामिल हैं। कांग्रेस ने इन सीटों पर पुनर्मतगणना की मांग की है। कांग्रेस ने ईवीएम की बैटरी 90 फीसदी से ज्यादा चार्ज होने पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ का संदेह जताया है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि, हरियाणा चुनाव नतीजे पूरी तरह से अप्रत्याशित हैं और हम तो यहां तक कहेंगे कि ये अस्वीकार्य हैं। जिस तरह की शिकायतें लगातार आ रही हैं। हमारे उम्मीदवार के बारे में तीन जिलों हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत से लगातार शिकायतें आ रही हैं।
लगातार शिकायतें आ रही हैं कि कैसे कुछ मशीनों की बैटरियां जो 99% थीं, उनमें हमें हारते हुए दिखाया गया और जिन मशीनों को छुआ नहीं गया, जिनकी बैटरियां 60-70% थीं, उनमें हमारा उम्मीदवार जीतता हुआ दिखाया गया।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस लगातार ईवीएम पर सवाल उठा रही है। राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को इंदौर में ईवीएम पर सवाल उठाए और कहा कि ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था के कारण मतदाता के रूप में उनका संवैधानिक अधिकार छिन चुका है। उन्होंने यह दावा भी किया कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस अधिकांश सीटों पर विजयी रही थी।
दिग्विजय ने इंदौर में कहा, मैं एक मतदाता हूं और मेरा संवैधानिक अधिकार है कि मैं जिसे चाहूं, वोट उसी उम्मीदवार के खाते में जाए। मैं अपने हाथ से मतपत्र को मतपेटी में डालूं और इस तरह डाले गए मतों की 100 फीसद गिनती हो। यह मेरा संवैधानिक अधिकार है जो ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था से छिन चुका है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान डाक मतपत्रों की गिनती में 230 में से 199 सीट पर कांग्रेस जीती, जबकि ईवीएम में पड़े वोट की गिनती में पार्टी केवल 66 सीट हासिल कर सकी।