नारनौंद में भाजपा की विजय संकल्प रैली आज
पहली बार एक मंच पर नजर आएंगे कैप्टन अभिमन्यु और रणजीत सिंह
हिसार लोकसभा के नारनौंद हलके में आज भाजपा विजय संकल्प रैली करने जा रही है। रैली में मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी पहुंचेंगे, वहीं सबकी नजरें कैप्टन अभिमन्यु पर होंगी जो रणजीत सिंह को अपने साथ मंच पर लाएंगे। कैप्टन अभिमन्यु इससे पहले रणजीत चौटाला के प्रचार से दूरी बनाए हुए थे।
कैप्टन का गृहक्षेत्र होने के कारण उनका नारनौंद हलके में प्रभाव माना जाता है। नारनौंद की अनाज मंडी में कैप्टन अभिमन्यु मंच से क्या संदेश देंगे सबकी निगाहें इसी पर टिकी हुई हैं। रैली से पूर्व कैप्टन अभिमन्यु ने हलके में घूमकर समर्थकों को रैली का न्योता दिया। आज कैप्टन अभिमन्यु मुख्यमंत्री नायाब सिंह के सामने भीड़ जुटाकर नारनौंद क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाएंगे।
आपको बता दें कि भाजपा ने टिकट के दावेदार रहे भाजपा के सीनियर नेता कैप्टन अभिमन्यु का टिकट काटकर ताऊ देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया था। इसके बाद से नारनौंद में कैप्टन समर्थकों में नाराजगी थी।
वहीं, खुद कैप्टन अभिमन्यु ने असम चुनाव तक खुद को सीमित कर दिया था और रणजीत चौटाला भाजपा की टीम के साथ ही प्रचार करने में जुटे थे, मगर कैप्टन की कमी उनको नारनौंद क्षेत्र में खल रही थी। आज कैप्टन खुद रणजीत चौटाला के साथ मंच तक आएंगे।
कैप्टनद अभिमन्यु हरियाणा सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। वह पहले सीएम पद के दावेदार थे, मगर उनको वित्तमंत्री के पद पर संतोष करना पड़ा। इसके बाद 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद वह दूसरे राज्यों में प्रभारी व सह-प्रभारी के तौर पर संगठन के काम में लगे रहे।
2019 में चुनावी चक्रव्यूह भेदने में कैप्टन अभिमन्यु नाकाम रहे थे। यहां उनका मुकाबला जेजेपी के रामकुमार गौतम से था। अभिमन्यु रामकुमार गौतम से 12029 वोटों से हार गए हैं। कैप्टन अभिमन्यु को 60406 वोट मिले तो वहीं रामकुमार गौतम को 73435 वोट मिले थे।
नारनौंद में कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है। नारनौंद में कांग्रेस 47 साल से कोई विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाई है। यहां भाजपा या फिर इनेलो का वर्चस्व रहा है। 2019 में यहां से जजपा से विधायक राम कुमार गौतम जीते थे। राम कुमार गौतम इससे पहले भाजपा की टिकट पर इसी हलके से जीते थे।
गौतम को हुड्डा व मनोहर दोनों का करीबी माना जाता है। मगर इस समय वह जजपा से नाराज चल रहे हैं। कैप्टन के सामने नारनौंद जीतने की इसलिए भी चुनौती है क्योंकि यहां से विधायक रामकुमार गौतम भी विधानसभा में टिकट के दावेदारों में से एक हैं मगर गौतम खुद चुनाव लड़ने से इन्कार करते रहे हैं।