दिग्विजय चौटाला का दांव , हरियाणा में स्थापित करेंगे सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा
जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला सिरसा की डबवाली सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वे इन दिनों डबवाली हलके में काफी सक्रिय हैं और लोगों के सुख-दुख बांट रहे हैं। दिग्विजय चौटाला ने यह कहकर सबको चौंका दिया है कि वे डबवाली में सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा स्थापित करेंगे।
दिग्विजय चौटाला का कहना है कि यह प्रतिमा अगले 2 महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इसके लिए डबवाली में जगह देखी जा रही है। दिग्विजय ने बताया कि प्रतिमा स्थापित करने के लिए उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह से अनुमति ले ली है। प्रतिमा स्थापित होने के बाद बलकौर सिंह खुद आकर अपने हाथों से सिद्धू मूसेवाला की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
उन्होंने ने कहा कि एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले सिद्धू मूसेवाला ने बहुत कम उम्र में अपनी मेहनत के दम पर पूरे देश और दुनिया में नाम कमाया, जो सभी युवाओं के लिए एक मिसाल है। दिग्विजय चौटाला का कहना है कि डबवाली में मूसेवाला की प्रतिमा युवाओं को प्रेरणा देगी।
1. डबवाली में पंजाबी वोटरों की अच्छी खासी तादाद है। ये वोटर लोकसभा में कांग्रेस के साथ दिखे थे। सुखबीर बादल ओपी चौटाला की पार्टी इनेलो का समर्थन कर रहे हैं। जब जेजेपी और इनेलो साथ थे, तब ये पंजाब के वोट इनेलो को जाते थे और बागड़ी के वोट भी लगभग एक ही जगह पड़ते थे। लेकिन पार्टी में फूट के बाद हालात बदल गए।
2. इसके अलावा जेजेपी डबवाली के नजदीक कालावाली, रानिया, सिरसा, फतेहाबाद, रतिया और टोहाना में पंजाबी वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है। ये इलाका कभी चौटाला परिवार का गढ़ माना जाता था, लेकिन लोकसभा चुनाव में इन इलाकों की हालत खराब रही। जेजेपी और इनेलो सिरसा लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई।
3. दिग्विजय चौटाला अब तक एक भी चुनाव नहीं जीत पाए हैं, पिछले दो चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने सोनीपत सीट से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए। इसके अलावा उन्होंने जींद उपचुनाव में भी किस्मत आजमाई लेकिन यहां भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा लेकिन अब वह चौटाला परिवार की परंपरागत सीट से चुनाव लड़ना और जीतना चाहते हैं।