मुख्यमंत्री मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल 11 फरवरी को राज्य के लोगों को समर्पित करेंगे गुरू अमरदास थर्मल प्लांट: हरभजन सिंह ई.टी.ओ.

मुख्यमंत्री मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल 11 फरवरी को राज्य के लोगों को समर्पित करेंगे गुरू अमरदास थर्मल प्लांट: हरभजन सिंह ई.टी.ओ.

चंडीगढ़, 8 फरवरी:   पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने आज यहाँ बताया कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल 11 फरवरी, 2024 को गुरू अमरदास थर्मल पावर लिमिटेड (जी.ए.टी.पी.एल), गोइन्दवाल राज्य के लोगों को समर्पित करेंगे।   यहाँ जारी प्रैस बयान में यह प्रगटावा करते हुए बिजली […]

चंडीगढ़, 8 फरवरी:  

पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने आज यहाँ बताया कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल 11 फरवरी, 2024 को गुरू अमरदास थर्मल पावर लिमिटेड (जी.ए.टी.पी.एल), गोइन्दवाल राज्य के लोगों को समर्पित करेंगे।  

यहाँ जारी प्रैस बयान में यह प्रगटावा करते हुए बिजली मंत्री ने कहा कि पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने 12 जनवरी, 2024 को जीएटीपीएल को शामिल किया था, और 07 फरवरी, 2024 को अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने से जी.वी.के पावर (गोइन्दवाल साहिब) लिमिटेड जी.ए.टी.पी.एल की पूरी मल्कीयत वाली सहायक कंपनी बन गई है। उन्होंने कहा कि अब जी.वी.के पावर (गोइन्दवाल साहिब) लिमिटेड का यह ताप बिजली घर पूरी तरह से पंजाब सरकार की सम्पत्ति है। उन्होंने कहा कि तीसरे गुरू श्री गुरु अमरदास जी के चरण स्पर्श प्राप्त पवित्र नगरी गोइन्दवाल साहिब में स्थापित इस थर्मल प्लांट का नाम भी श्री गुरु अमरदास थर्मल प्लांट रखा गया है। 

बिजली मंत्री ने कहा कि इस उपलब्धि के साथ जी.वी.के पावर (गोइन्दवाल साहिब) लिमिटेड द्वारा किए गए 3000 करोड़ रुपए की देनदारी वाले केस ख़त्म हो जाएंगे, इस तरह राज्य के लोगों को किसी भी तरह के बिजली दरों के अचानक वृद्धि वाले झटकों से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे जहाँ राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली मुहैया करने में मदद मिलेगी, वहीं बिजली की उपलब्धता में भी सुधार होगा।  

स. हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने कहा कि इस प्लांट को किफ़ायती ढंग से चलाने के लिए पछवाड़ा खदान से कोयला मुहैया करवाने के लिए केंद्रीय बिजली मंत्रालय के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को लगभग 300 करोड़ रुपए की सालाना बचत होगी। उन्होंने बताया कि ताप बिजली घर के पास करीब 1100 एकड़ ज़मीन है, जिसमें से 700 एकड़ ज़मीन प्रोजैक्ट के निर्माण के लिए इस्तेमाल की जा चुकी है, और 400 एकड़ के करीब अभी भी अप्रयुक्त पड़ी है।

Tags:

Advertisement

Latest News