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अमृतपाल की एप्लिकेशन पहुंची लोकसभा:पंजाब सरकार ने शपथ दिलाने के लिए भेजी अर्जी
पंजाब सरकार ने खडूर साहिब से चुने गए सांसद अमृतपाल सिंह को शपथ दिलाने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को आवेदन भेजा है। दरअसल, परिवार की ओर से डीसी अमृतसर को पैरोल के लिए आवेदन भेजा गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए पंजाब सरकार की ओर से लोकसभा स्पीकर को आवेदन भेजा गया है।
अमृतपाल सिंह के वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा ने बताया कि पैरोल के लिए अमृतसर डीसी को आवेदन दिया गया था। क्योंकि अमृतपाल सिंह के खिलाफ अमृतसर में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामला दर्ज है। जिसके बाद यह आवेदन पंजाब गृह विभाग को भेजा गया, जिन्होंने इस पर कार्रवाई करते हुए आवेदन को लोकसभा स्पीकर को भेज दिया।
खालसा ने कहा कि एक निर्वाचित सदस्य के पास शपथ लेने के लिए 60 दिन का समय होता है। जहां तक हमें जानकारी है, लोकसभा अध्यक्ष ने अभी तक आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की है। लोकसभा से अमृतपाल सिंह का संसद के तौर पर नाम व समय मिलने के आदेश के बाद उसे तय समय के लिए एक दिन की पैरोल दी जाएगी।
राजदेव खालसा ने कहा कि अमृतपाल और उसके साथियों को बिना FIR जेल में बंद कर रखा है। अब नए ऑर्डर के मुताबिक अमृतपाल पर NSA की अवधि एक साल के लिए बढ़ाकर 23 अप्रैल, 2025 तक कर दी गई है। जनता ने अमृतपाल को इतनी बड़ी लीड से जिताया है। ऐसे में सरकार का ये फैसला जनता के खिलाफ है।
अमृतसर से करीब 40 किमी दूर जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाले अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ है। वह खडूर साहिब सीट से कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर सांसद बने। अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में 23 फरवरी 2023 को हजारों लोगों की भीड़ अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी।
इसके बाद उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हो गया। 18 मार्च को अमृतपाल घर छोड़कर फरार हो गए। जांच एजेंसियों के साथ पुलिस उन्हें एक महीने तलाशती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को मोगा से अरेस्ट कर लिया।
तभी से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने की वजह से उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगा है। अमृतपाल को प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की परमिशन नहीं मिली, इसके बावजूद उन्हें 4 लाख से ज्यादा वोट मिले।