भाषा विभाग, मोहाली द्वारा गद्य पुस्तक ‘एह केही रुत ऐ’ पर परिचर्चा आयोजित की गई

भाषा विभाग, मोहाली द्वारा गद्य पुस्तक ‘एह केही रुत ऐ’ पर परिचर्चा आयोजित की गई

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 2 फरवरी: उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में प्रचार-प्रसार के लिए शुरू की गई गतिविधियों के तहत श्रीमती प्रभजोत कौर ढिल्लों द्वारा लिखित गद्य पुस्तक ‘एह केही रुत ऐ’ को जिला भाषा अधिकारी साहिबजादा अजीत सिंह नगर के कार्यालय के प्रांगण में लोगों को समर्पित किया […]

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 2 फरवरी:

उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में प्रचार-प्रसार के लिए शुरू की गई गतिविधियों के तहत श्रीमती प्रभजोत कौर ढिल्लों द्वारा लिखित गद्य पुस्तक ‘एह केही रुत ऐ’ को जिला भाषा अधिकारी साहिबजादा अजीत सिंह नगर के कार्यालय के प्रांगण में लोगों को समर्पित किया गया। और पंजाबी मातृभाषा और साहित्य को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री जी.के. थे। सिंह धालीवाल एक आईएएस (सेवानिवृत्त) थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. संचालन दीपक मनमोहन सिंह ने किया और श्री गुरदर्शन सिंह बाहिया ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. दविंदर सिंह बोहा ने पूरे प्रेसीडेंसी, लेखकों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह पुस्तक हमें हमारे चारों ओर फैली सामाजिक बुराइयों के दर्द का एहसास कराती है।
पूरे प्रेसीडेंसी द्वारा लोगों को ‘एह केही रट ऐ’ पुस्तक भेंट की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाॅ. ‘एह केही रुत ऐ’ के लेखक को बधाई देते हुए दीपक मनमोहन सिंह ने कहा कि यह पुस्तक संक्षिप्त जानकारी और सरल कथा के मामले में पाठक को बांधे रखती है. पुस्तक के बारे में बोलते हुए श्री जे.के.सिंह ने कहा कि यह लोगों को सामाजिक पतन के प्रति जागरूक करने का रास्ता दिखाती है। श्री गुरदर्शन सिंह बहिया ने कहा कि पुस्तक जानकारी, मार्गदर्शन और मनोरंजन की दृष्टि से पाठक के सौंदर्यबोध को संतुष्ट करती है।
पैम्फलेट लेखक प्रो. गुरजोध कौर ने कहा कि यह पुस्तक सामाजिक बुराइयों से बाहर निकलने का रास्ता खोजते हुए उसके उन्मूलन का रास्ता दिखाती है। किताब की लेखिका प्रभजोत कौर ढिल्लों ने कहा कि जीवन में हाड़ तोड़ देने वाली कठिनाइयों ने उन्हें लिखने का रास्ता दिया। जो कुछ भी मैंने समाज में घटित होते देखा है, वह सब मेरे लेखन का हिस्सा रहा है और इस पुस्तक में मैंने अपना लेखन धर्म व्यक्त किया है। मनमोहन सिंह दाऊन ने कहा कि पुस्तक में ये निबंध सामाजिक मुद्दों से संबंधित हैं। बलकार सिंह सिद्धु ने कहा कि पुस्तक की भाषा आसान एवं समझने योग्य होने के कारण इसका रोचक पक्ष सदैव प्रभावी रहता है। सुरिंदर गिल ने लेखक को पुस्तक के लिए बधाई दी।
सभी वक्ताओं ने कार्यालय जिला भाषा अधिकारी, साहिबजादा अजीत सिंह नागर की कार्यशैली एवं मनोहर उपस्थिति की सराहना करते हुए पूरी टीम को बधाई दी।

इस चर्चा में संजीवन सिंह, प्राचार्य बहादुर सिंह गोसल, डाॅ. जसपाल जस्सी, सुधा जैन सुदीप, जगतार भुल्लर, गुरप्रीत सिंह नियामियान, भूपिंदर सिंह मलिक, कर्नल अमरजीत सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल बचितर सिंह, बलविंदर सिंह ढिल्लों, मंजीत पाल सिंह, रविंदर सिंह, आरएस जिंदल, गुरचरण सिंह, कंवर जतिंदर सिंह बेदी, भूपिंदर सिंह भागोमाजरा आदि भी शामिल हुए।

कार्यक्रम के अंत में जिला भाषा अधिकारी डाॅ. दविंदर सिंह बोहा ने सभी अध्यक्ष मंडल और वक्ताओं को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया और कार्यक्रम में आए गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया। मंच का संचालन मैडम दिलप्रीत चहल ने किया। इस अवसर पर कार्यालय जिला भाषा अधिकारी, मोहाली द्वारा एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।

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