Deepfake video of a person can be made with AI, IT Minister warns on viral video
नई दिल्ली। Artifical Intelligence (AI) से किसी भी व्यक्ति का Deepfake video आसानी से बनाया जा सकता है और उसका इस्तेमाल उसे बदनाम करने से लेकर उसके साथ धोखाधड़ी करने तक किया जा सकता है।
दक्षिण भारत की अभिनेत्री रश्मिका मनदन्ना का एक Deepfake video सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों की तरफ से Deepfake video या कंटेंट पर प्रतिबंध की मांग उठने लगी है। अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी रश्मिका के डीपफेक वीडियो को देखने के बाद एक्स के जरिए कहा कि यह कानूनी कार्रवाई का मामला है।
IT मंत्री ने दी चेतावनी
इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अभिनेत्री के डीपफेक वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कहा कि सरकार सभी डिजिटल नागरिक की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। सोशल मीडिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके प्लेटफार्म पर कोई गलत कंटेंट नहीं आ पाए। अगर सरकार या फिर कोई व्यक्ति उस गलत कंटेंट के बारे में सूचना देता है तो उसे आईटी एक्ट के तहत 36 घंटे के भीतर प्लेटफार्म से हटाना होगा।
अगर सोशल मीडिया प्लेटफार्म ऐसा नहीं करता है तो पीडि़त पक्ष आईटी एक्ट के नियम सात के तहत प्लेटफार्म के खिलाफ अदालत जा सकता है और प्लेटफार्म के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अनुसार कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि Deepfake गलत सूचना फैलाने का ज्यादा खतरनाक माध्यम है जो नुकसानदेह साबित हो सकता है, इसलिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म को इससे निपटने की जरूरत है।
कैसे बनता है Deep Fake Video?
एआई के इस्तेमाल से Deepfake video में किसी अन्य व्यक्ति के वीडियो में आपके शरीर या सिर को जोड़कर इस तरह दिखाया जाएगा कि उसे पकड़ना आसान नहीं होगा और लोग आसानी से यह विश्वास कर लेंगे यह कि यह वीडिया आपका है। रश्मिका के साथ भी ऐसा ही हुआ जब एंग्लो इंडिया लड़की जारा पटेल के वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उनका वीडियो बना उसे अपलोड कर दिया गया।